चीनी-रोटी खाकर किया गुजारा,1 फिल्म ने बदली किस्मत और बन गए करोड़पति

नई दिल्ली. बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबरॉय के पिता एक्टर सुरेश ओबेरॉय (Suresh Oberoi) का अस्सी के दशक में सुरेश ओबेरॉय का खूब जलवा था. भले ही सुरेश फिल्मों में बतौर लीड एक्टर कम काम किया है, लेकिन बतौर सपोर्टिंग और विलेन किरदारों के जरिए ही उन्होंने अमिताभ बच्चन, मिथुन चक्रवर्ती और जितेंद्र जैसे एक्टर्स को जबरदस्त टक्कर दी थी.
उन्होंने बॉलीवुड में अपनी जो इमेज बनाई है, उसके पीछे उन्होंने काफी कड़ी मेहनत की है.
सुरेश ओबेरॉय का जन्म 17 दिसंबर 1946 को क्वेटा में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है. सुरेश ओबेरॉय और उनके परिवार ने भारत आने के बाद एक रिफ्यूजी बन कर रहे चुके हैं. एक बार एक इंटरव्यू में सुरेश ने अपने करियर स्ट्रगल के बारे में बताते हुए अपना दर्द साझा किया था. उन्होंने बताया था कि बंटवारे के बाद वो अपने परिवार के साथ भागकर पाकिस्तान से भारत आए गए थे. उस दौरान वह जब वे रिफ्यूजी कैंप में रह रहे थे खाने के लिए दाल-चावल और रोटी तक नहीं थी. ऐसे में उन्हें सिर्फ चीनी और रोटी खाकर ही गुजारा करना पड़ता था. हालांकि पाकिस्तान में सुरेश ओबेरॉय के पिता का अच्छा-खासा रियल एस्टेट का बिजनस था लेकिन सब कुछ छोड़ कर उन लोगों को रिफ्यूजी की जिंदगी बितानी पड़ी और करोड़ों का कारोबार पीछे पाकिस्तान में छोड़ना पड़ा था.
सुरेश ओबेरॉय ने अपने बातचीत में बताया था कि वे हम चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे. रिफ्यूजी कैंप में जब हालत ज्यादा खराब हो गए और गुजारा करना मुश्किल हो गया तब उनके पिता ने किसी तरह पाकिस्तान जाने की हिम्मत दिखाई. वह वहां मुसलमानों बन कर किसी तरह गए और किसी तरह उन्होंने वहां की प्रॉपर्टी और बिजनस बेचा. फिर वह इंडिया आए और उन पैसों से उनके पिता ने भारत में अपना घर बसाया.
सुरेश ओबेरॉय ने अपने करियर की शुरुआत एक रेडियो शो से की थी. बाद में उन्होंने मॉडलिंग की ओर रुख किया और फिर फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाई. उन्होंने 1977 में फिल्म ‘जीवन मुक्त’ से डेब्यू किया था. उन्होंने 1980 में रिलीज हुई फिल्म ‘एक बार फिर’ में मुख्य अभिनेता की भूमिका निभाई थी. शुरुआत में भले ही सुरेश ने कई फिल्मों में लीड रोल किए, लेकिन सफलता सपोर्टिंग किरदारों से ही मिली. ‘फिर वही रात’, ‘लावारिस’, ‘विधाता’, ‘कामचोर’, ‘नमक हलाल’ और ‘राजा हिंदुस्तानी’ जैसी कई फिल्मों सुरेश ओबेरॉय फेमस हैं. अब आने वाले दिनों में सुरेश ओबेरॉय जल्द ही रणबीर कपूर-रश्मिका मंदाना फिल्म ‘एनिमल’ में नजर आएंगे.
बता दें कि सुरेश ओबेरॉय ने करियर शुरू होने से पहले ही अपना घर बसा चुके थे. उन्होंने 1 अगस्त 1974 को यशोधरा से मद्रास में शादी की थी. उनकी पत्नी पंजाबी परिवार से हैं. कपल के बेटे का नाम विवेक ओबेरॉय जो कि एक्टर है और बेटी का नाम मेघना ओबेरॉय हैं.
76 साल के हो चुके सुरेश 49 साल से अपनी हैप्पी मैरिड लाइफ जी रहे हैं. आपको बता दें कि कभी रिफ्यूजी कैंप में चीनी-रोटी खाने वाले अब सुरेश अब करोड़ों की संपत्ति के मालिक बन गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरेश की नेटवर्थ 8 मिलियन डॉलर यानी करीब 61 करोड़ रुपए है. इसके अलावा उनके पास मर्सिडीज और रेंज रोवर जैसी 5 लग्जरी गाड़ियां हैं.