fbpx
InternationalNationalScience

चांद का मालिक कौन, यहां कौन बेचता है जमीन, आखिर कैसे होती है रजिस्ट्री? और किन किन बड़े सेलिब्रिटीज़ ने जमीन खरीदी है?

चंद्रयान 3 सफलतापूर्वक लांच हो गया है और अब इसके 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा की सतह पर पहुंचने की उम्मीद है. इस बीच ये सवाल फिर से लोगों के मन में आ रहा है कि क्या वाकई में चंद्रमा पर जमीन खरीदी जा सकती है?

चंद्रमा का मालिक कौन है? इसकी रजिस्ट्री कहां और कैसे होती है? जमीन कितने में मिल रही है और किन किन बड़े सेलिब्रिटीज़ ने जमीन खरीदी है?

दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने चांद पर जमीन का एक टुकड़ा खरीदा था, जबकि शाहरूख खान को ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले उनके एक फैन ने चांद पर जमीन खरीदकर गिफ्ट की थी. Lunarregistry.com के मुताबिक, चांद पर एक एकड़ जमीन की कमत USD 37.50 यानि करीब 3075 रूपए है.लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये कि आखिर चांद का मालिक है कौन?

चांद या फिर बाकी ग्रहों पर किसी का अधिकार नहीं

Outer Space Treaty 1967 के मुताबिक, अंतरिक्ष में या फिर चांद या फिर बाकी ग्रहों पर किसी भी एक देश या व्यक्ति का अधिकार नहीं है. Outer Space Treaty के मुताबिक, चांद पर बेशक किसी भी देश का झंडा लगा हो, लेकिन चांद का मालिक कोई नहीं बन सकता.

Outer Space Treaty कुछ ऐसे कामों और नियमों की लिस्ट है, जिसे लिखित में हस्ताक्षर करके साल 2019 तक कुल 109 देश जुड़ चुके हैं. 23 अन्य देशों इन भी इस पर साइन कर दिए हैं, लेकिन अभी इनको मान्यता मिलना बाकी है. इस Treaty में लिखा है कि चांद पर कोई भी देश विज्ञान से जुड़ा अपना रिसर्च काम कर सकता है और उसका इस्तेमाल इंसान के विकास में कर सकता है, लेकिन उस पर कब्जा नहीं कर सकता. सवाल ये कि जब चांद पर किसी देश का मालिकाना हक है ही नहीं तो फिर कंपनियां कैसे चांद पर जमीन बेच रही हैं?

क्या चांद पर जमीन की रजिस्ट्री भी हो रही है?

जी हां, चांद पर खरीदी गई जमीन की रजिस्ट्री धरती पर ही हो रही है. Lunarregistry.com नाम की वेबसाइट इसकी रजिस्ट्री का अधिकार रखने का दावा करती है, लेकिन वेबसाइट अपने FAQs सेक्शन में साफ साफ लिखती है कि वो चांद पर जमीन की मालिक नहीं है. उनका काम सिर्फ रजिस्ट्री करवाना है, ना कि जमीन बेचना. यानि ये ठीक वैसे ही हुआ, जैसे धरती पर किसी भी जमीन की रजिस्ट्री तो आप करवा लेते हैं, लेकिन अब मालिकाना हक पर कोर्ट में सवाल उठता है तो रजिस्ट्री ऑफिस ये कहकर पल्ला झाड़ लेता है कि हमारा काम सिर्फ रजिस्ट्री करना है, ना कि जमीन बेचना और ये चैक करना कि जमीन का असली मालिक कौन है.

चांद पर जमीन की बिक्री एक गोरखधंधा है?

Space Law पर कई किताबें लिख चुके लेखक Dr.Jill Stuart ने अपनी किताब The Moon Exhibition Book में लिखा है कि चांद पर जमीन खरीदना और किसी को गिफ्ट करना अब एक फैशन बन चुका है. किसी भी देश का चांद पर हक नहीं है तो फिर कंपनियों और बाकी किसी व्यक्ति का भी कोई हक नहीं बनता. यानि चांद पर जमीन बेचने का काम एक गोरखधंधा है और अब ये Million Dollar Business बन चुका है, क्योंकि लोगों को एक एकड़ जमीन जब 3 हजार रूपए में मिल रही है तो वो 3 हजार रूपए का जुआं खेलने में जरा भी नहीं हिचकते.

चांद पर जमीन खरीदने वालों की सोच रहती है कि अगर कभी किस्मत खुल गई और चांद पर जमीन का मालिकाना हक पर सवाल उठा तो Registry की कॉपी बहुत काम आएगी.

flash24x7.com

Tousif M Mulla National President public Rights Cell International Humanity Rights & Media Organizationn Karnataka Human Rights Awareness Forum Mumbai Karnataka Mainorite President Karnataka Human Rights Panel Belagavi District Vice President 99Indianews Belagavi District Reporter Indian News Voice Of Nation INVN News

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: